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आरम्भ आरंभ हो प्रचंड हो भेद दो लक्ष्य को ठान लो मैदान में डेट रहों चट्टान बन खड़े रहों मुश्किलों को खदेड़ दो निरंतर बढ़ते रहो उठो जागो दौड़ने को तैयार ...